इधर तकरार उधर प्यार, नेताजी के बिस्कुट बांटने का राज क्या? अफसरों के यहां पहुंची पेटियां,

छिंदवाडा:  कहते है मीठा बोलने से संबंध मधुर हो जाते है लेकिन एक नेताजी इन दिनों मीठा बांटकर संबंधों को बेहतर करने में लगे है, संबंध भी उन अफसरों से बेहतर किए जा रहे है जो महत्वपूर्ण विभागों के प्रमुख है।  ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि आज कुछ ऐसा ही नजारा शहर के अफसरों के बंगले के आस पास नजर आया, देखने वाले हैरान थे, सत्ता है नहीं, विपक्ष अफसरों को कोस रहा है बावजूद इसके नेताजी की ऐसी मेहरबानी क्यों?  हम इस नजारे के बारे में थोडा विस्तार से बताते है, शाम का समय, नेताजी का वाहन जो जाना पहचाना है वह कुछ महत्वपूर्ण विभागों के अफसरों के यहां जाता है और चंद मिनिटों मेें कुछ डाक उतारकर चला आता है, अचानक ऐसा क्यों हाे रहा है जब इसकी पडताल की तो बडा चौकाने वाला मामला सामने आया, पता चला कि बिस्किट की एक डाक अफसरों के निवास पर डाली जा रही है। खबरची के अनुसार ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि विपक्ष में रहते नेताजी की बात अफसरों से बन नहीं पा रही है, इसकी खबर जब कुछ समर्थकों को लगी तो वे बोल पडे कि हम इधर वार उधर प्यार: ये कैसे चलेगा। दरअसल ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि नेताजी अक्सर बैठकों में अपने समर्थकों के सामने अफसरों को लेकर अपना गुस्सा जाहिर करते रहे है। खैर जो भी हो, बिस्किट नेताजी के संबंधों को कितना मधुर बना पाएगा आने वाले समय में ही साफ होगा, लेकिन एक बात तो तय है कि नेताजी की ये बात उनके ही कुछ समर्थकों के गले नहीं उतर रही। अब आगे जो भी हो, लेकिन इस मामले ने नई चर्चाओं को जन्म देने का काम किया है।