छिंदवाडा: विधानसभा चुनाव की नजदीकियों के साथ राजनीतिक दलों में अपने अपने कार्यकर्ताओं को साधने और मनाने का दौर चल रहा है। जहां भाजपा का जोर बूथ पर है वहीं संगठन में गुटबाजी का शोर भी कम नहीं हो रहा। उधर कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ की नाराजी के बाद भैया की सक्रियता दिखाई देने लगी है। कांग्रेस और भाजपा में चल रही उठापटक पर हमारी एक रिपोर्ट।
- गुटबाजी के बीच भाजपा का टारगेट बूथ
भाजपा में गुटबाजी जोरों पर है। नेताजी और पूर्व मंत्री के समर्थकों के बीच चल रही ये गुटबाजी सडकों पर भी नजर आने लगी, इन सबके बीच भाजपा संगठन का टारगेट बूथ है। सूत्रों का कहना है कि बूथों में भी भाजपा गुटबाजी के दौर से गुजर रही है। भाजपा के कई बडे नेता यहां पहुंचे लेकिन इस गुटबाजी को हल करने में उन्हें कामयाबी नहीं मिल पाई। जानकारों का कहना है कि पूर्व मंत्री के समर्थक अपनी अनदेखी के आरोपों के चलते ताल ठोककर मैदान में विरोध करने की तैयारी में है जबकि नेताजी के समर्थक इससे कोई फर्क नहीं पडता वाली तर्ज पर चल रहे है। ऐसे में भाजपा के बडे नेताओं का सिरदर्द बढता जा रहा है।
- नाथ की नाराजी के बाद मैदान में भैया
लंबे समय से कमरे में बैठकर अपने समर्थकों से मिलने की कार्यशैली अपना रहे भैया को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ ने नाराजी दिखाई तो भैया को मैदान में निकलना पडा। बताया जा रहा है कि हाल ही में दौरे पर आए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साफ तौर पर कह दिया था कि सभी नेता मैदान में निकल जाएं, बस उनकी नाराजी को भैया भांप गए और निकल पडे मैदान में, खबर तो ये भी है कि वे दो दिन कांग्रेस कार्यालय में बैठेंगे। अब देखना ये होगा कि क्या वास्तव में वे दो दिन कार्यालय में रहेंगे। सूत्रों का ये भी कहना है कि कुछ समय से भैया और नेताजी के संबंधों की चर्चाऐं राजनीतिक गलियारों में बनी हुई थी, भैया की सक्रियता के बाद शायद इन चर्चाओं को कितना विराम मिलेगा ये भी देखना दिलचस्प होगा।