छिंदवाडा: विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा में जमकर माथापच्ची चल रही है। प्रत्याशी चयन पर मापदंड तय किए जा रहे है लेकिन दोनों ही ओर से जिस तरह के मापदंड तय करने की खबरें आ रही है उसमें टिकिट के प्रबल दावेदार माने जा रहे कद्दावर नेताओं पर संकट के बादल मंडराते नजर आने लगे है। भाजपा के अंदरखाने में विधायक पद के लिए उम्र की सीमा तय किए बात पर जोर दिया जा रहा है, यदि यह फार्मूला लागू हुआ तो नाना और पंडितजी के प्रत्याशी बनाए जाने पर संशय होगा, इनके स्थान पर नए चेहरों को प्रत्याशी बनाया जा सकता है, हालांकि अभी ये फार्मूला लागू होगा या नहीं पूरी तरह साफ नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि इस फार्मूले को लेकर भाजपा आलाकमान गंभीरता से विचार कर रहा है। उधर कांग्रेस में भी तीन विधायकों के बदले जाने की संभावनाएं चर्चाओ में बनी हुई है। ये तीन विधायक कौन से है अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन अनुमान के अनुसार सौंसर और पांढुर्णा के अलावा चौरई का नाम इसमें शामिल हो सकता है। बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ ने प्रत्याशी को लेकर एक सर्वे करवाया है जिसकी रिपोर्ट लगभग पूरी हो चुकी है। इस रिपोर्ट में क्या है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। सूत्रों ने ये भी बताया कि कुछ चेहरों को संकेत मिल चुके है जिसके कारण वे क्षेत्र में सक्रिय हो गए है।
- नाना का विकल्प भतीजा, पंडितजी के क्षेत्र में चंद्रभान
जानकार बताते है कि नाना को लेकर उम्र की शर्त आडे आई तो उनके भतीजे का नाम सामने आएगा जबकि पंडितजी के क्षेत्र में चौधरी चंद्रभान सिंह की सक्रियता बनी हुई है हालांकि उम्र के लिहाज से उनपर भी सवाल खडे होंगे, ऐसे में चौरई को लेकर भाजपा नए चेहरे पर दांव लगा सकती है। सूत्रों का ये भी कहना है कि अभी इस मामले में जिले के किसी भी वरिष्ठ नेता से विचार विमर्श नहीं किया गया लेकिन दिल्ली में भाजपा के नेताओं ने इसपर लगभग अपनी राय बना ली है। बहरहाल प्रत्याशी कौन होगा और किस तरह के मापदंड तैयार किए जाएंगे ये अभी भविष्य के गर्भ में है लेकिन इस तरह की चर्चाओं ने दावेदारों की नींद उडाने का काम किया है।ष्