कछुए और खरगोश में कौन मारेगा बाजी? भाजपा नेताओं की नजरें दोनों पर। हलचल हुई तेज

  • चंद्रभान उतरे मैदान में 
  • कई भाजपा नेता उहापोह की स्थिति में 
  • पावर को लेकर चलने लगी चर्चाएं

छिंदवाडा: आपने पहले कछुआ और खरगोश की कहानी तो सुनी होगी। अक्सर पुरानी कहानी में कछुआ बाजी मारता है जबकि तेज चलने वाला खरगोश हार जाया करता है। लेकिन समय बदल गया है, अभी इस दौड मे ये तय नहीं हो पाया है कि कौन बाजी मार सकता है। यही हाल इन दिनों भाजपा का है। यहां पर दो बडे नेताओं के बीच ऐसी ही दौड चल रही है। अब इसमे बाजी कौन मारेगा इसका इंतजार नेताओं को है। दरअसल जिला भाजपा में चौधरी चंद्रभान के अचानक सक्रिय होने के बाद इन चर्चाओं को पर लग गए है। एक ओर भाजपा जिलाध्यक्ष का गुट है तो दूसरी और चौधरी चंद्रभान सिंह मैदान में है। अब दोनों में कौन बाजी मारेगा यह बात आने वाला समय तय करेगा। दरअसल इन दिनों भाजपा में चंद्रभान अचानक सक्रिय क्या हुए नए समीकरण बनने लगे। भाजपा के नेताओं को ही नही समझ आ रहा है कि वे किस खेमे का रुख करें, और आगे क्या होने वाला है? दरअसल कुछ दिन पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री चंद्रभान सिंह लंबे समय बाद बाहर निकले और जिले के लोगों से मिलना जुलना शुरु किया। उनके साथ उनके चंद समर्थक नजर आए। लेकिन अब धीरे धीरे काफीला बढ रहा है। उधर भाजपा जिलाध्यक्ष भी लगातार अपने समर्थकों के साथ कार्यक्रमों में शिरकत करते नजर आ रहे है। उनके साथ भी उनके सहयोगी नजर आने लगे है। दोनों अपने अपने तरीके से मोर्चा संभाले  हुए है। लेकिन इन सबके बीच खास बात यह है कि भाजपा के कई नेता उहापोह की स्थिति में है। दरअसल चंद्रभान सिंह के अचानक कोप भवन में चले जाने से भाजपा के कुछ नेता भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ हो गए थे लेकिन अब चंद्रभान सिंह के मैदान में आते है वे सकते में आ गए है। सूत्रों का कहना है कि आगामी समय में होने वाले नगर निकाय चुनाव को लेकर चंद्रभान सिंह सक्रिय हुए है। जबकि भाजपा जिलाध्यक्ष बंटी साहू भी इस पूरे मामले में अपनी नजर जमाए बैठे है। दो खेमों में उलझे भाजपा नेता अब समय का इंतजार कर रहे है।

  • एक युवा नेता के कांग्रेस में जाने के बाद बदले समीकरण

खबर है कि एक युवा नेता के कांग्रेस में शामिल होने के बाद अचानक समीकरण बदलने लगे और चौधरी चंद्रभान सिंह मैदान में नजर आने लगे। कहा जा रहा है कि आलाकमान ने इस बात को बेहद गंभीरता से लिया और चौधरी चंद्रभान सिंह से चर्चा की। यही वजह है कि वे मैदान में निकल पडे है। आपको बता दें कि पूर्व में चौधरी चंद्रभान और भाजपा के जिलाध्यक्ष बंटी साहू के बीच दूरियां बनी हुई थी। उनके जिलाध्यक्ष बनते ही चंद्रभान सिंह आयोजनों से गायब हो गए थे। बहरहाल एकाएक उनकी सक्रियता से समीकरण बदलने के आसारों पर भाजपा नेता चर्चा करने लगे है। आगे क्या होगा, कौन पावरफुल होगा और कौन कमजोर, आने वाले समय में ही साफ होगा।