छिन्दवाड़ा। जिले में कांग्रेस मजहबूत करने को लेकर उच्च स्तर पर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन कुछ नेताओं को शायद यह नागवार गुजर रहा है। हालात यह है कि समय-समय पर अपनी महत्वाकांक्षाओं के चलते यह नेता कॉन्ग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसी वजह से गुटबाजी चरम पर है। ऐसा ही एक नजारा गांधी जयंती पर दिखाई दिया। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस कार्यालय में आयोजित बड़े कार्यक्रम में मंच संचालक ने एक बार फिर जिले की महिला अध्यक्ष को नजरअंदाज कर दिया। गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिएरा एक कर के सभी नेताओं के नाम दिए गए लेकिन महिला अध्यक्ष के नाम से परहेज रखा गया। हैरान करने वाली बात तो यह रही कि नगर महिला अध्यक्ष तक पूरे समय खडी यहीं। बात यहीं नहीं रुकी, सेवादल के ग्रामीण के कार्यक्रम में भी इस अध्यक्ष से परहेज की गई। ऐसे में सवाल यह उठता है कि लगातार कार्यक्रम और महिलाओं को जोड़ने के लिए आलाकमान की पहली पसंद बनी। महिला अध्यक्ष से आखिर परहेज क्यों? सूत्र बताते हैं कि इस तरह की योजना पहले ही बैठक में तैयार हो जाती है और फिर कार्यक्रम में से अंजाम तक पहुंचा दिया जाता है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ इसके पहले भी इस तरह की बात सामने आ चुकी है। जानकारों के अनुसार मामला आलाकमान तक पहुंचा है और इसे बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। खबर है कि इस पूरी बैठक के वीडियो मंगवाए गए हैं। बहरहाल ऐसे हालात में कांग्रेस में सुधार कैसे होगा? यह सवाल बड़े नेताओं के लिए बड़ा सर दर्द बनकर सामने आ रहा है।