किसके इशारे पर कमलनाथ से दूरी बना रहे अरुण यादव?

  • प्रत्याशी बनाए जाने के लिए लगे है यादव
  • कमलनाथ का ईशारा सर्वे तय करेंगे प्रत्याशी कौन
  • बैठक में मौजूद अन्य नेता भी यादव से नाराज

भोपाल: हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशअध्यक्ष कमलनाथ ने अपने निवास पर उपचुनाव को लेकर बैठक बुलाई। बैठक में तमाम नेताओं ने शिरकत की लेकिन अरुण यादव और सचिन यादव की गैरमौजूदगी चर्चा में बनी रही। हैरान करने वाली बात यह रही की अरुण यादव स्वयं खंडवा लोकसभा से अपने प्रत्याशी होने का दावा ठोंक रहे है, बावजूद इसके उन्होने प्रदेश अध्यक्ष की बैठक में शिरकत करना उचित नहीं समझा। ऐसे में सवाल खडे हो रहे है कि आखिर इसके पीछे कौन है‌? और यादव ने इतनी हिम्मत क्यों दिखाई। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के ही कुछ नेताओं के इशारों पर यह काम हो रहा है। इसमें एक बडे कद का नेता भी है। यहां यह भी उल्लेख करना जरुरी होगा की अरुण यादव ने पहले भी कमलनाथ विरोधी बयान जारी किए थे। इतना ही नहीं खबर तो यह भी है कि वे स्वयं ही अपना प्रचार करने निकल पडे है। उन्हे पूरा भरोसा है कि उन्हें प्रत्याशी बनाया जाएगा।हालांकि जब मिडीया ने सज्जन सिंह वर्मा से उनकी गैरमौजूदगी को लेकर जवाब मांगा तो उन्होने बडे तल्ख अंदाज में कहा कि उनकी खेती है उससे फुरसत नहीं मिली होगी। इस तरह की बयानबाजी से साफ है कि कांग्रेस में अरुण यादव अपनी अलग लाईन खींचने की तैयारी में है।

  • शेरा ने अपनी पत्नी के लिए की मुलाकात

उधर पिछले विधानसभा चुनाव से चर्चाओ में आए सुरेंद्र सिंह शेरा ने भी अपनी पत्नी के लिए लोकसभा खंडवा से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के समक्ष टिकिट की मांग कर डाली। बताया जा रहा है कि कमलनाथ ने भी उनसे मुलाकात की और उनकी बातों को सुना। कमलनाथ ने आज बैठक में यह भी स्पष्ट कर दिया की कांग्रेस में अब हवा हवाई नेता और नेतागिरी नहीं चलेगी। साथ ही सर्वे में जिसका नाम होगा उसे ही प्रत्याशी बनाया जाएगा।  इससे साफ है कि प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ भी किसी तरह से पार्टी को कमजोर होता नहीं देखना चाहते।