छिंदवाडा: जिले के पांढुर्णा में नगर पालिका चुनाव होने है। ऐसे में एक बार फिर भाजपा में दो फाड के हालात बन गए है। पांढुर्णा में काकाजी के नाम से पहचाने जाने वाले नेता के समर्थक मामाजी के समर्थकों से भिड गए है। हालात ये है कि अब काकाजी और मामाजी के बीच की लडाई सार्वजनिक हो गई है। जानकार बताते है कि पूरा मामला टिकिट वितरण का है। जैसे ही भाजपा की सूची जारी हुई उसमे से मामाजी के समर्थक गायब नजर आए, फिर क्या था मामाजी ने साफ कर दिया कि अब उन्हें चुनाव से कोई लेना देना नहीं है, ऐसे में काकाजी का कद बढ गया। इस मामले ने भाजपा नेताओं के लिए नई फजीहत खडी कर दी। मामले ने तब और तूल पकड लिया जब नामांकन दाखिल करने गए मामाजी को भाजपा के नाना का साथ मिल गया। इन हालातों में भाजपा के वरिष्ठ नेता फिर परेशान नजर आने लगे है। बैठकें लगातार जारी है लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल पाया। अलबत्ता विरोध के स्वर तेज होते नजर आए। जानकारों का कहना है कि इन हालातों में कांग्रेस आसानी से फतह हासिल कर लेगी। यदि ऐसा हुआ तो इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता की संगठन के नेताजी एक बार फिर हाशिए पर नजर आऐंगे। हालांकि इस बार प्रत्याशी चयन टीम में प्रदेश के नेताजी भी शामिल है बावजूद इसके गुटबाजी थमने का नाम ही नहीं ले रही।

  • मान मनौव्व्ल शुरु

इस पूरे मामले को लेकर भाजपा के नेता मान मनौव्वल कर रहे है लेकिन अब सब कुछ सही हो ऐसा कम ही नजर आता है। सूत्रों का कहना है कि प्रत्याशी चयन को लेकर उपजा विवाद काफी आगे बढ गया है। इसे संभालना स्थानीय स्तर के संगठन की बात नहीं रही। मामाजी के समर्थक कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है।