क्या सचमुच एक से भले दो होते है, कभी कभी गलत भी होती है कहावत

  • सिवनी में बडी रेल लाईन का सपना अधूरा
  • दो सांसदों के बावजूद नहीं हो पा रहा काम
  • ठेकेदार दोषी तो फिर जनप्रतिनिधि को क्या कहें?

सिवनी: कहते है एक से भले दो, लेकिन यह कहावत सिवनी के लिए बिल्कुल उलटी नजर आती है। दरअसल यहां पर दो सांसदों का वर्चस्व है। बावजूद इसके सिवनी के लोग ब्राडगेज के लिए तरस रहे है। लोग इस बात से हैरान है कि आखिर सांसदों का दायित्व क्या है। सिवनी जिले की चार विधानसभाओं में से दो विधानसभा मंडला में आती है जहां से सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते है कुलस्ते केंद्र सरकार में मंत्री पद भी बने हुए है। इसी तरह दो विधानसभा बालाघाट क्षेत्र में आती है। जहां के सांसद ढालसिंह बिसेन है। ऐसे मे लोगों को उम्मीद थी कि दो बडे चेहरे होने से क्षेत्र का विकास जमकर होगा। लेकिन ब्राडगेज के अधुरे काम ने बता दिया की दोनों ही सांसदों का ध्यान शायद सिवनी पर लगभग नहीं के बराबर है। आपको बता दें की ये काम 2018 में ही पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन अभी भी काम अधूरा ही पडा है। जानकारों के अनुसार सांसद इस मामले में ठेकेदार की धीमी गति को जवाबदार मानते है। कुछ ठेकेदार तो काम छोडकर भी जा चुके है, यही वजह है कि ठेकेदारों की समय सीमा बढाई जा रही है। बहरहाल सांसदों के ऐसे बोल से साफ है कि ब्राडगेज को लेकर वे कितने सक्रिय है।