छिंदवाडा। कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष और नई पार्टी के नेता दामोदर यादव ने जारी एक बयान में कहा है कि कमलनाथजी स्लीपर सेल को पहचान नहीं पाए। कांग्रेस में अभी भी स्लीपर सेल है। सरकार गिराने वालों ने उनके और सिंधिया जी के बीच में दूरियांं पैदा कर दी। यादव के इस बयान के बाद कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। उनका ये बयान तब आया जब पूर्व सीएम कमलनाथ पर उनके विरोधी नेता विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे थे। श्री यादव ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस में राहुल गांधी और उनकी टीम ने उनकी नहीं सुनी और जिस तरह से उन्होने रणनीति बनाई थी उसपर अमल नहीं हुआ और भाजपा ने जीत दर्ज कर ली। उन्होने कहा कि कमलनाथ न केवल भले आदमी है बल्कि अच्छे इंसान भी है। कांग्रेस के अंदर सामंतवादियों ने दबाव बनाकर कुछ निर्णय कर लिए। दिल्ली की राजनीति भी सामंतवादियों के हिसाब से ही चलती है। कमलनाथ उस दौरान यानी विधानसभा चुनाव में हैल्पलैस हो गए थे। उन्होने कहा कि पूर्व में कांग्रेस की सरकार रही है। दिग्विजय सिंह के नेत्रत्व में बेहद कम सीटें आई। सुरेश पचौरी जी के नेत्रत्व में भी केवल 71 सीटें ही आई। लगातार चुनाव में सीटे कम आती रही। पंद्रह साल बाद कांग्रेस की मजबूरी से कमलनाथजी को यहां लाया गया। उन्होने कहा कि पंद्रह महीनों की सरकार में कुछ नेताओं ने सिंधिया जी और कमलनाथ जी के बीच दूरियां बना ली थी। श्री यादव ने कांग्रेस के एक नेता की ओर इशारा करते हुए कि वे टिकिटों की खरीद फरोख्त करते रहे है। 2023 में हम इसलिए हारे क्योंकि कमलनाथजी प्रेशर में आ गए। वे कुछ स्लीपर सेल के चक्कर में आ गए। कांग्रेस में स्लीपर सेल है, मैं समय आएगा तो बता दूंगा। कमलनाथजी इसे पहचान नहीं पाए। चुनाव में पिछडा वर्ग को नजरअंदाज राहुल गांधी ने किया, कमलनाथजी की चल नहीं पाई। यही वजह है कि विधानसभा चुनाव में दुष्परिणाम सामने आए।