बी और सी गैंग की गुटबाजी से भाजपा परेशान, कांग्रेस की डी गैंग का अपना राग, इस दौरे में नाथ दे सकते है नसीहत

छिंदवाडा: विधानसभा चुनाव नजदीक है, भाजपा और कांग्रेस के नेताजी काम पर लगे हुए हे, कोई निपटाने के काम में लगा है तो कोई अपना अलग राग लेकर चल रहा है। अब निपटाने के काम में कौन लगा है और किसका अलग राग है ये आपको तय करना है। हम केवल आपको वर्तमान में चल रही राजनीति का आईना दिखाते है। चलिए पहले भाजपा की बात करते है, भाजपा में इस समय बी और सी गैंग के बीच जमकर तलवारें खिंची हुई है। दोनों के अपने अपने दावे और स्वर है। हालात ये है कि सी गैंग किसी भी शर्त पर समझौते के लिए तैयार नजर नहीं आती। भोपाल से लेकर दिल्ली तक कवायदों का दौर चल रहा है लेेकिन सफलता अभी तक हासिल नहीं हुई। उधर बी गैंग के रवैये से साफ है कि वे अपने तरीके से चलेंगे, उन्हें किसी की कोई फिक्र नहीं। हालांकि भोपाल में नाराजों को मनाने की रणनीति जरुर बनाई गई लेकिन यहां पर ऐसा कुछ नजर नहीं आया। बताया तो ये भी जा रहा है कि वर्तमान में बी गैंग को संगठन का आशीर्वाद मिला हुआ है जिसके कारण गैँग के सदस्य बिंदास है। जबकि सी गैंग के सदस्यों को उम्मीद है कि आने वाले समय में बदलाव की बयार आ सकती है। बहरहाल इसका असर आने वाले समय में होने वाले चुनाव पर कितना होगा, इसपर जरुर मंथन किया जाने लगा है।

  • कांग्रेस में डी गैंग का अपना राग

वर्तमान में वार्ड क्रमांक 42 के चुनाव के बाद निशाने पर आई डी गैंग का इस समय अपना राग है। गैंग के सदस्य मानने तैयार नहीं कि चुनाव में उन्होने कोई कमी की है। हालांकि इस चुनाव की पूरी रिपोर्ट पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के पास पहुंचाई जा चुकी है। रिपोर्ट में क्या है ये तो पता नहीं चला लेकिन माना जा रहा है कि वार्ड में चुनाव की पराजय के बाद लापरवाहों में डी गैंग के सदस्यों के भी नाम हो सकते है। उधर नगर कांग्रेस में परिवर्तन की खबर ने भी इस गैंग में हलचल मचाकर रख दी है। अभी स्थितियां स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रयास और कयास दोनों का ही दौर तेज हो चुका है। फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के दौरे की प्रतीक्षा की जा रही है, जिसमें नाथ कुछ नसीहतें दे सकते है।