क्या करें, क्या न करें, ये कैसी मुश्किल हाय, बिछुआ में कांग्रेस की बढी परेशानी, नेताओं के माथे पर नजर आने लगी चिंता

बिछुआ: कांग्रेस के लिए बिछुआ इन दिनों सिरदर्द साबित हो रहा है। दरअसल बिछुआ में दो गुटों में जमकर संघर्ष छिडा हुआ है। ऐसे में नेताओं के सामने संशय के हालात है। बिछुआ में पहले तो ब्लॉक अध्यक्ष को बदलने की घोषणा हुई, उन्हें जिला कांग्रेस का उपाध्यक्ष भी बनाया गया लेकिन कुछ दिनों बाद उन्हें यथावत रखने का फैसला आ गया। बस बात यहीं से बिगड गई। सूत्रों का कहना है कि जिस गुट को ब्लॉक की कमान सौंपने की बात हुई थी उस गुट के नेता बेहद खफा है और वे कोई भी निर्णय ले सकते है। हालांकि मान मनौव्वल का दौर चल रहा है। सूत्र बतातें है कि इस मामले में पिछले एक सप्ताह से कांग्रेस के नेताओ के बीच माथाफोडी चल रही थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। कांग्रेस के नेता ये तय नहीं कर पा रहे थे कि करें क्या। सूत्रों ने बताया कि ब्लाँक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के हटाए जाने की घोषणा के बाद वे नाराज हो गए थे। उन्होने अपने समर्थकों से चर्चा की और आलाकमान के सामने अपनी बात रखी। बस यहीं से निर्णय बदल गया। हालांकि स्थानीय नेताओ की भी इसमें सहमति ली गई। सबसे बडी मुश्किल इस समय जिला कांग्रेस अध्यक्ष की है जो ये नहीं समझ पा रहे है कि क्या किया जाए और क्या नहीं? एक बार फिर वे विचार विमर्श तो कर रहे है लेकिन रास्ता निकलेगा या नहीं जल्दी ही पता चल जाएगा। बहरहाल बिछुआ के बिगडते समीकरणों से कांग्रेस में चिंता जरुर नजर आने लगी है।