छिंदवाडा: नगर निकाय चुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक दल उम्मीदवारी को लेकर चेहरों की तलाश में जुट गए है। लेकिन इस बार महापौर पद को लेकर दोनों राजनीतिक दलों में पेंच फंस गया है। नए उम्मीदवारों की तलाश में कांग्रेस और भाजपा में चिंतन और मंथन का दौर चल पडा है। कहा जा रहा है कि जिन चेहरों के नाम अभी तक दोनों दलों में सामने आए है उनपर एक राय नहीं हो पा रही है जिससे आलाकमान का सिरदर्द बढ गया है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के नेता इस मामले को लेकर टैंशन में है।
- आहके और उईके पार एक राय नहीं
कांग्रेस में महापौर के लिए जो नाम सामने आ रहे है उनमें नेताओं में एक राय नहीं बन पा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जो नाम अभी तक सामने आए है उनमें विक्रम आहके, एकलव्य आहके और सुनील उईके का है। सूत्र बतातें है कि एकलव्य आहके के नाम पर एक धडा सहमत है तो दूसरे ने साफ तौर पर मनाही कर दी है। खबर ये भी है कि पूर्व में कुछ नेताओं ने युवक कांग्रेस अध्यक्ष बनाने को लेकर आलाकमान पर दबाव बनाया था, जिसके चलते एकलव्य की नियुक्ति कर दी गई थी लेकिन दोबारा दबााव बनाना अब संभव नहीं होगा। आलाकमान ने भी इसको लेकर चेतावनी दे दी है। उधर विक्रम आहके को लेकर भी संशय है, इस नाम पर एकलव्य आहके के समर्थक नेता तैयार नहीं है। ऐसे में विक्रम की राह भी आसान नहीं है। उधर सुनील उईके का नाम सामने आते ही छिंदवाडा कांग्रेस के बडे नेतागण तैयार नहीं है। ऐसे हालातों में कांग्रेस के लिए उम्मीदवा चयन करना आसान नहीं नजर आ रहा है।
- धुर्वे पर भाजपा एकमत नहीं
पिछले लंबे समय से भाजपा नेताओं के बीच एक नाम की चर्चा चल रही थी,वो नाम था नगर निगम में कार्यरत अंतु धुर्वे का, लेकिन इसमें पेंच नजर आने लगा है। खबर है कि इस नाम को लेकर भाजपा संगठन के पदाधिकारियों में दो फाड है। ऐसे में भाजपा दूसरे नाम की तलाश में है। सूत्र बतातें है कि भाजपा नेता किसी नए चेहरे केा मौका देने के मूड में है लेकिन अभी तक उसके सामने कोई प्रभावी नाम सामने नहीं आया है। इन हालातों मे भाजपा के नेताओं को नए नाम सुझाने के लिए कहा गया है।