छिंदवाडा: नए कमिश्नर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए। दरअसल आज सफाई कर्मचारियों का सम्मन किया जाना था। कार्यक्रम स्थल पर निगम के महापौर समेत तमाम कांग्रेस और भाजपा पार्षदों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन मामला तब बिगड गया जब निगम के इस आयोजन में लगे बैनर और पोस्टरों में न तो महापौर की तस्वीर थी और न ही विधायक और सांसद का नाम। मामला इतना बढ गया कि निगम के अध्यक्ष समेत अन्य कांग्रेस पार्षदों ने वहीं मोर्चा खोल दिया। मौके पर जमकर बहसबाजी भी हुई, लेकिन पार्षदों ने नाराजी जताते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया। बताया जा रहा है कि इस आयोजन में जो मंच सजाया गया था वहां पर भाजपा के तमाम नेता और पदाधिकारियों के साथ भाजपा के ही पार्षदों को बैठाया गया था जो कांग्रेस के पदाधिकारियों को नागवार गुजरा। कांग्रेस पार्ष्ज्ञद इस मामले में निगम कमिश्नर को घेरने की योजना बना रहे है। बताया जा रहा है कि जल्दी ही बडा आंदोलन करने की योजना तैयार की जा रही है। उधर निगम कमिश्नर ने मामले में मौके पर ही सफाई देने की कोशिश की लेकिन कांग्रेस के नेता उनकी सुनने तैयार नहीं थे।
- पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ ने जताई नाराजी
बताया जा रहा है कि इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के पास जानकारी भेजी गई जिसको लेकर वे बेहद खफा है। सांसद नकुलनाथ ने तो स्पष्ट शब्दों में कहा है कि इस तरह की राजनीति में अधिकारी लिप्त रहेंगे तो ये ठीक नहीं है। अफसरों को राजनीति से हटकर संविधान के तहत काम करना चाहिए। उधर पूर्व मुख्यमंत्री ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए इसपर कडी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बहरहाल नए कमिश्नर अपनी इस कार्यशैली को लेकर कांग्रेस के निशाने पर है और आने वाले समय में इसको लेकर उन्हें आंदोलन का सामना करना पड सकता है।