छिंदवाडा: विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा की तैयारियां जोरो पर है। कांग्रेस ने जहां सर्वे तेज कर दिया है वहीं भाजपा के नेता भी कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोल रहे है। कांग्रेस के दो विधायकों पर टिकिट को लेकर संकट के बादल मंडराने लगे है। सूत्रों के अनुसार दोनों ही विधायकों की रिपोर्ट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ बेहद गंभीर है और संभव है कि कोई बडा फैसला इन सीटों पर लिया जाए। बताया जा रहा है कि दोनों ही क्षेत्रों में विधायकों की कार्यशैली को लेकर कार्यकर्ता और नेताओं की नाराजी सामने आ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ लगातार अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं से फिड बैक भी ले रहे है। इस बार होने वाले दौरे में नेताद्वय सातों विधानसभा क्षेत्रों के नेताओं से इस मामले में चर्चा भी कर सकते है। उधर भाजपा में विधानसभा चुनाव में टिकिट पाने को लेकर नेताओं की कतार लग गई है। पार्टी सूत्रों की मानें तो नेताओं ने इस विधानसभा चुनाव में गुटबाजी से दूर किसी आम कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाए जाने की सिफारिश की है। इस सिफारिश पर कितना गौर किया जाता है अभी कहा नहीं जा सकता लेकिन लगातार छिंदवाडा में हो रहे भाजपा नेताओं के दौरे से साफ है कि वे कार्यकर्ताओं और नेताओं से चुनावी मोड पर चर्चा करने पहुंच रहे है।

  • गुटबाजी के दौर से गुजर रही भाजपा

जानकारों की मानें तो पूरे जिले में भाजपा इन दिनों गुटबाजी के दौर से गुजर रही है। सभी विधानसभा सीटों पर दो गुट साफ तौर पर नजर आते है। जानकारों का कहना है कि ये गुटबाजी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए बडा सिरदर्द साबित होगी। वैसे ही जिले की सातों सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा है। भाजपा का प्रदेश संगठन इस मसले पर गंभीर बताया जा रहा है। कुछ क्षेत्रों को छोड दिया जाए तो निगम और पंचायत चुनाव में भाजपा को जिस तरह से पराजय का सामना करना पडा उससे साफ हो गया कि गुटबाजी का दौर बना हुआ है। बहरहाल लंबे समय से गुटबाजी को लेकर बदलाव की मांग करने वाले कुछ वरिष्ठ नेताओं ने अब खामोशी बना ली है। ऐसे में भाजपा का रुख क्या होगा आने वाले समय में तय होगा।