छिंदवाडा: शहर में इन दिनों एक कॉलोनाईजर की तूती बोल रही है। बोले भी क्यों न, प्रशासन के अफसर जो साथ है, ये कोई आरोप नहीं बल्कि हकीकत नजर आने लगी है। दरअसल मामला शहर की सबसे बेहतरीन कॉलोनी से जुडा हुआ है। आपको बताते है कि प्रशासन इस कॉलोनाईजर पर किस कदर मेहरबान है। हाल ही में इस कॉलोनाईजर ने एक जमीन पर कब्जा किया, इसके बाद मनचाहे जगह से रास्ता भी निकाल लिया, वो भी प्रशासन के अफसरों की बिना अनुमति के। पचास से साठ की फौज ने कॉलोनी के सभ्य लोगों को चमकाया और रास्ता खोल दिया। यहां खास बात ये है कि प्रशासन के अफसरों ने इस मामले में उसे रोकने की जरा भी पहल नहीं की। जब उसने पूरा रास्ता खोल दिया तब पटवारी खाना पूर्ति के लिए वहां पहुंचा और पंचनामा बनाकर चलता बना। ऐसे हालातों में कॉलोनी के लोग प्रशासन की शरण में पहुंचे। लेकिन पूरे दिन की मशक्कत के बाद रात में स्थल निरीक्षण किया गया, अपको ये जानकर हैरानी होगी की कल तक जो कॉलोनाईजर कब्जा की हुई जमीन पर दूसरे रास्ते से काम करवा रहा था वो प्रशासन के आते ही अचानक गायब हो गया। यानी बंद कर दिया गया। साफ था प्रशासन की आंखो में खुलकर धूल झाेंकी जा रही है। लेकिन पटवारी ने भी अपनी जादूगरी दिखाई और नक्शे से रास्ता ही साफ बता दिया। हालांकि अभी मामले को लेकर तहसीलदार ने अंतिम आदेश जारी नहीं किया है।
- हेलीकॉप्टर से होती थी खेती
ये कोई हास्यास्पद बात नहीं, बल्कि पटवारी नक्शे का कमाल है, जो जगह कॉलोनाईजर ने खरीदी है उसमें कोई रास्ता ही नहीं बताया गया, केवल कॉलोनी से रास्ता दर्शाया जा रहा है, हैरान करने वाली बात ये है कि इसके पहले यहां पर खेती होती थी, वो किस रास्ते से होती थी ये पटवारी को नहीं मालूम, है न हैरानी वाली बात, लोगों ने कल इस बात पर आपत्ति भी दर्ज की, स्थानीय लोगों का कहना था कि यदि पटवारी ने रास्ता नहीं दिखाया है तो हो सकता है कि यहां खेती करने वाले हेलीकॉप्टर से खेती करते हो। आपको ये बता दें की राजस्व के शीर्षस्थ अफसरों ने कल रात बताया कि ऐसा कोई खेत नहीं है जहां पर खेती के लिए रास्ता नहीं होता। यदि ये रास्ता गायब है तो इसको लेकर जवाब लिया जा सकता है।
- आदेश सोसाईटी का पहुंचा कॉलोनाईजर के पास
बात यही नहीं, जरा जादूगरी देखिए, तहसील कार्यालय से एक रास्ता खाेलने का एक अंतरिम आदेश कॉलोनी की सोसायटी के नाम से निकाला गया, लेकिन वो आदेश सोसायटी के पास नहीं पहुंचा, जादू का अंदाजा तब हुआ जब वो आदेश अचानक कॉलोनाईजर के पास नजर आया और उसी आदेश का हवाला देखकर उसने अपनी पूरी फौज के साथ रास्ता खोल दिया। जबकि इस आदेश के पहले न तो कॉलोनी की सोसायटी के सदस्यों से पूछा गया और न ही कोई सुनवाई की गई। पटवारी ने भी अपनी रिपोर्ट गुपचुप तरीके से लगा दी। अब इस मामले में हर कोई हैरान है कि आखिर किस स्तर पर प्रशासन के अफसर काम कर रहे है। इसकी जानकारी तहसीलदार को दी गई वो बाहर थे उन्होने इसमें अपनी बात रखी और कहा उन्हें जानकारी ही नहीं। अब मामले को भोपाल के अफसरों ने मंगवाया है।
- भोपाल मंत्रालय के अफसरों का आश्वासन, कागज भेजिए, कार्यवाही होगी
पूरी कार्रवाई के बाद कॉलोनी के कुछ सदस्यों ने भोपाल के अफसरों से संपर्क किया। पहले तो उनसे संपर्क नहीं हो सका, लेकिन बाद में जब उनसे बात हुई तो वे पूरा वाकया सुनकर हैरान थे, उन्होने कहा कि फाईल भेज दिजिए, इसपर कार्रवाई करेंगे। इसके बाद कॉलोनी वासियों ने राहत की सांस ली। बहरहाल भोपाल के अफसरों से शिकायत के बाद क्या कार्रवाई होती है, आने वाले समय में साफ होगा।
- सीएम और कमलनाथ से मिलने भोपाल जाऐंगे कॉलोनीवासी
निर्मल स्टेट कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि वे इस मामले को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलने भोपाल जाऐंगे, इसके अलावा वे वहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी मिलेंगे। इस मामले की पूरी जानकारी उन्हें दी जाएगी। इसके लिए भोपाल के अफसरों उन्हें समय देने की बात भी कही है।