छिंदवाडा: निगम चुनाव के नतीजे घोषित क्या हुए कई उलटफेर हो गए। कांग्रेस के भारी भरकम पार्षद निगम में क्या पहुंचे भाजपा दिग्गज सकतें में आ गए। दरअसल इस बार वे न तो सभापति होंगे और न ही किसी पद पर रहेंगे। कांग्रेस का ही अध्यक्ष होगा और परिषद भी। ऐसे हालातों में अच्छी खाासी जीत दर्ज करने वाले पार्षदों के रुतबे में कमी आएगी इससे इंकार नहीं किया जा सकता। सूत्रों का कहना है कि इस बार भाजपा के इन दिग्गजों को भरोसा था कि या तो महापौर उनका होगा या फिर परिषद बनेगी। यदि परिषद बनी तो वे अध्यक्ष के दावेदार रहेंगे। वैसे भी इन पार्षदों के बारे में ये कहा जाता रहा है कि नगर निगम में ये अपनी मंशा के अनुसार काम करवाने का दम रखते है, लेकिन इस बार स्थितियां उलट गई। कहा ये जा रहा है कि अब कांग्रेस इन पार्षदों को लेकर बेहद गंभीर रहेगी।
- काम करने वाले कर्मचारियों पर नजर
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के पास ऐसे अनेक कर्मचारियों की तस्वीरें है जिन्होने खुलकर भाजपा के पार्षदों के पक्ष में काम किया है। कांग्रेस ऐसे कर्मचारियों को लेकर परिषद बनने के बाद कडे फैसले ले सकती है। जानकारों के अनुसार ऐसे कर्मचारियों की संख्या बीस से पच्चीस बताई जा रही है। बहरहाल निगम चुनाव के नतीजो ने भाजपा के दिग्गजों के माथे पर शिकन लाने का काम किया है। आगे तस्वीर कैसी होगी, आने वाला समय ही तय करेगा।