छिंदवाडा: नगर निकाय और पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने भले ही बाजी मारी हो लेकिन अध्यक्ष और उपाध्यक्षों के चुनाव में भाजपा की सेंधमारी ने कांग्रेस नेताओं के लिए परेशानी जरुर खडी कर दी है। नगर निगम में एक पार्षद ने क्रास वोटिंग कर अपनी मंशा भी जाहिर कर दी। अब ये पार्षद कौन है इसपर चर्चाऐं चल रही है। जानकार सूत्रों का कहना है कि दो पार्षदों पर शक की सुई घूम रही है। हालांकि इसको लेकर जांच चल रही है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ ने चिंता जताते हुए नेताओं को मामले को गंभीरता से लेने के लिए कहा है। सूत्रों का ये भी कहना है कि जो दो पार्षद इसकी जद में आए है वे कुछ दिनों से सोनू मागो का नाम सामने आने के बाद उनका विरोध करते नजर आ रहे थे। खबर है कि रोहना में भी इन पार्षदों ने अपने साथियों के सामने सोनू के नाम पर विरोध जाहिर किया था, हालांकि अभी इन नामों पर पक्के तौर पर मुहर नहीं लगी है। उधर सभापतियों को लेकर भी कांग्रेस नेताओं को बेहद सतर्कता बरतने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ ने कहा है।
- नए दौर की शुरुआत
अध्यक्ष के चयन के साथ ही इसे कांग्रेस के नए दौर की शुरुआत मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ स्वयं भी चाहते थे कि नई शुरुआत हो, क्योंकि लोग भी वही वही चेहरे देख देखकर टिप्पणियां करने लगे थे, यही वजह रही कि उन्होने युवा नेता विक्रम को महापौर के लिए प्रत्याशी बनाया और अब सोनू मागो को अध्यक्ष के लिए चुना गया है। जानकारों का कहना है कि अब पंचायत और नगर निकाय की कमान सीधे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के हाथ में होगी। इसके लिए बाकायदा तैयारी भी कर ली गई है। आगामी 11 तारीख को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के आने के बाद स्थितियां पूरी तरह साफ हो जाएगी।
- भाजपा हुई सक्रिय
उधर भाजपा ने चांद और लोधीखेडा में सेंधमारी कर ये साबित कर दिया कि वह भी जिला पंचायत और नगर निगम में शिकस्त के बाद जाग गई है। उसे थोडी आक्सीजन भी मिली है। भाजपा नेताओं ने पूरा जोर लगाकर अपना अध्यक्ष बना लिया। ये कांग्रेस के लिए एलर्ट एलार्म हो सकता है। आने वाले समय में कांग्रेस को बेहद सतर्कता की आवश्यकता होगी।