साहब ये क्या कर रहे थे? प्रभारी मंत्री हुए नाराज, नहीं तो हो जाता अनर्थ

  • गरीब कल्याण योजना के अन्न के खराब होने का मामला
  • लोगों ने दी अधिकारियों को जानकारी 
  • अफसरों की मॉनिटरिंग नहीं होने का नतीजा 

छिंदवाडा: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबों को दिया जाने वाला अनाज कल से बांटा जाना है। एक दिन पहले हर्रई की बसुरिया सोसायटी में जब वहां के लोगों ने बांटे जाने वाले अनाज को देखा तो सन्न रह गए। अनाज बेहद खराब किस्म का था। चांवल में चीटीयां दिखाई दी। इतना ही नहीं कुछ थैलियों का गेहूं भी बेहद खराब किस्म का था। इसकी खबर जब प्रशासन को लगी तो हडकंप मच गया। हर्रई के अधिकारी वहां पहुंचे और उन्होने पूरे अनाज की जांच की। जो खराब निकला उसे हटा दिया गया। प्रभारी मंत्री कमल पटेल को भी इसकी जानकारी दी गई तो वे बेहद खफा हुए। उन्होने साफ तौर पर चेतावनी दे डाली की इस तरह के मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए अधिकारी ही दोषी होंगे। बाद में कलेक्टर ने भी इसपर हामी भरी। पूरे घटनाक्रम से साफ है कि यदि जानकारी अफसरों तक नहीं जाती तो शायद ये अनाज गरीबों में बांट दिया जाता। हैरानी वाली बात यह है कि जिला कलेक्टर ने पहले ही इसकी जांच को लेकर कोई विशेष कार्ययोजना नहीं बनाई। ऐसे में सभी सोसायटियों में बांटे जाने वाले अनाज को लेकर अब चर्चाओं का माहौल गर्माया हुए है। उधर अफसर भी परेशान है कि प्रभारी मंत्री कमल पटेल नाराजी जाहिर कर चुके है यदि चूक हुई तो अफसर बख्शे नहीं जाऐंगे।

  • मॉनिटरिंग नहीं होने से बनी समस्या

बताया जा रहा है कि सोसायटियों से बांटे जाने वाले इस अनाज को लेकर मॉनिटरिंग नहीं होने से इस तरह की समस्याएं सामने आ रही है। यदि अनाज को लेकर मॉनिटरिंग होती तो शायद इस समस्या से निपटा जा सकता है। यह मामला सामने आने से अफसरों के कान खडे हो गए और तत्काल निर्देश जारी किए गए कि सभी जगह इसकी जांच पडताल हो और कहीं भी खराब अनाज न बंटने पाए। बहरहाल इस घटना से यह साफ है कि सरकारी योजनाओं को लेकर जिले का अमला कितना सजग रहता है। अनाज बंटने के बाद अब ये स्पष्ट होगा कि क्या सचमुच अफसरों के निर्देशों का पालन निचले स्तर पर किया गया है।