आदेश तो कडक है, पर पालन होगा इसपर जरा संशय, पांढुर्णा बताएगा तीसरी लहर को लेकर कितना सतर्क है प्रशासन

छिंदवाडा: कोविड की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने तमाम प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए है, इन आदेशों का पालन भी करवाया जा रहा है। लेकिन पांढुर्णा के गोटमार मेले में ये आदेश सच में पालन करवाये जाऐंगे या फिर महज कागज का टुकडा बनकर रह जाएंगे। प्रशासन हर बार यहां पर इस तरह के आदेश निकाला करता है, लेकिन पालन के नाम पर कुछ हो ऐसा कभी नजर नहीं आया। इस बार मामला तीसरी लहर से जुडा है, प्रशासन ने प्रेस नोट निकालकर औपचारिकताएं भी पूरी कर दी कि सभी आदेशों का पालन करें। इतना ही नहीं न तो भीड लगाई जाए और न ही ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग हो। प्रशासन ने जो आदेश जारी किए है उससे लगता तो है कि तीसरी लहर को लेकर गंभीरता बरती जा रही है लेकिन आगे पता चलेगा कि आदेशों का पालन कितना हुआ और कितना करवाया गया। दरअसल पांढुर्णा में गोटमार मेले का इतिहास रहा है कि इस दिन यहां वे सब काम होते है जिसकी इजाजत नहीं दी जाती। इस बार क्या होगा, पता नहीं। लेकिन यह भी सच है कि धार्मिक भावना की आड में लोग भी सब कुछ करने सडक पर उतर आते है। प्रशासन भी धार्मिक भावनाएं आहत न हो इसके लिए एक स्थान पर बैठकर लोगों की पत्थरबाजी देखता नजर आता है। अधिकारी भी बाकायदा दूरबीन से पत्थरबाजी का नजारा देखते दिखाई देते रहे है। ऐसे में यह कहना कि इस बार फलां फलां का पालन करना जरुरी होगा, केवल औपचारिकताएं मानी जा रही है। उधर अफसरों का यह भी मानना है कि कानून व्यवस्था न बिगडे इसलिए थोडा बहुत खेलने की इजाजत दे दी जाती है। लेकिन शाम तक थोडा बहुत खेल ज्यादा में बदल जाता है, और अफसर भी लापरवाह हो जाते है। बहरहाल इस बार ऐसा होगा या नहीं, गोटमार के दौरान सामने आ जाएगा। प्रशासन की सख्ती या लोगों की जिद, कौन पडेगा भारी, गोटमार के दौरान हम अवगत करवाऐंगे।