छिंदवाडा: हाल ही में एक अधिकारी और भाजपा के एक नेता का ऑडियो वायरल हुआ। ऑडियों में जो कुछ कहा गया, सभी ने सुना होगा। भाजपा के पूर्व प्रभारी मंत्री और बालाघाट के नेता गौरीशंकर बिसेन के बारे में ऑडियो में जो कुछ कहा गया उसे कुछ नेताओं ने आपत्तिजनक बताया। कुछ देर के लिए चर्चाएं भी चली, लेकिन चंद दिनों में सब कुछ ऐसे शांत हो गया मानों कुछ हुआ ही नहीं। भाजपा संगठन की ओर से न तो कोई खंडन सामने आया और न ही कोई प्रतिक्रिया। जबकि जिस भाजपा नेता से उक्त अधिकारी की बातचीत हुई उसने खुलकर इस बात को सामने ला दिया कि सब कुछ वैसा ही कहा गया जैसा ऑडियो में आया है। उधर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में गौरीशंकर बिसेन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और शिकायत दर्ज कराई है। हैरान करने वाली बात ये रही कि भाजपा संगठन ऑडियो सामने आने के बावजूद कुछ नही कर सका। ऐसा क्यों? अब ये सवाल भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। कहा जा रहा है कि इस मामले में कहीं न कहीं अधिकारी का एक पूर्व विधायक से कनेक्शन है जिसके चलते सब कुछ मैनेज कर लिया गया। उधर गौरीशंकर बिसेन के समर्थक बेहद नाराज है। भाजपा की ओर से अपने ही नेता के समर्थन में कुछ न हो पाना, यह उनके लिए चिंताजनक बना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि उक्त अधिकारी पूर्व भाजपा विधाायक के बेहद नजदीक है और इसी के चलते संगठन के नेता कार्रवाई या फिर कोई बयानबाजी से बच रहे है। बहरहाल इस पूरे मामले में भाजपा की खामोशी, अधिकारियों के लिए राहत भरी बात नजर आ रही है। आगे क्या होगा? इससे अधिकारी भी बिंदास है और पूर्व विधायक के समर्थक भी।