छिंदवाडा: विधानसभा चुनाव नजदीक है। कांग्रेस और भाजपा ने जिले की सातों विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर कसरत तेज कर दी है। अलग अलग संभावनाएं टटोली जा रही है। कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर सब कुछ निर्भर है। वे लगातार दौरे कर कार्यकर्ताओं और संगठन के पदाधिकारियों से फिड बैक ले रहे है। कहा जा रहा है कि तीन सीटों पर प्रत्याशी बदले जाने की सलाह कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने दी है, हालांकि निर्णय नाथ को लेना है। जानकारों के अनुसार परासिया, पांढुर्णा और चौरई सीटों पर नाथ की नजरें बनी हुई है। इन सीटों पर दो से तीन दावेदार भी सक्रिय नजर आने लगे है। ऐसे में इन संभावनाओं को बल मिल रहा है कि इस बार नया चेहरा सामने आ सकता है। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में पहले की तरह सभी सीटों पर जीत दर्ज हो इसपर नाथ बेहद गंभीर है। उन्होने साफ कर दिया है कि कांग्रेस इस बार किसी तरह का खतरा नहीं उठाएगी।
- भाजपा में भी मुश्किलें
विधानसभा में राह भाजपा के लिए भी आसान नहीं है। वर्तमान में भाजपा के पास एक भी विधानसभा सीट नहीं है। इन हालातों में भाजपा नेताओं को खासी कसरत करनी पड रही है। उधर गुटबाजी की बातों को भले ही अफवाहों में विराम मिल गया हो लेकिन वास्तविकता भाजपा के नेता बेहतर जानते है। सूत्रों की मानें तो वर्तमान में भाजपा के नेताओं की नजरें तीन सीटों पर है जहां पर प्रत्याशी को लेकर जमकर गुटबाजी चल रही है। इन सीटों में सौंसर, परासिया, चौरई शामिल है जबकि अमरवाडा में भाजपा को प्रत्याशी की तलाश है। छिंदवाडा, दमुआ और पांढुर्णा के मामले में भाजपा अभी भी कुछ तय करने की स्थिति में नहीं है। भाजपा नेताओ का मानना है कि जनवरी के अंत में भोपाल में होने वाली बडी बैठक में जो कुछ निकलकर आएगा, उससे शायद उन्हें कुछ मदद मिल सकें।