छिंदवाडा: विधानसभा चुनाव की नजदीकियाें के बीच भाजपा के भीतर एक के बाद एक विस्फोट हो रहे है। वरिष्ठ भाजपा नेता दीपक जोशी द्वारा कांंग्रेस में शामिल होने की घोषणा के साथ ही कई अन्य नेताओं ने भी मोर्चा खोल दिया है। सत्यनारायण सत्तन और भंवर सिंह जैसे दिग्गजों के संकेतों ने भी भाजपा की नींद उडाने का काम किया है। उधर महाकौशल भी इस आग से अछूता नहीं है। सूत्रों की मानें तो चंद दिनों में महाकौशल से भी कुछ बडे नेता कांग्रेस का दामन थाम सकते है। इन हालातों में ये कहा जा रहा है कि कमलनाथ को घेरने की बात कहने वाली भाजपा पर नाथ ही भारी पडने लगे है। भाजपा में मची इस भगदड का मुख्य कारण तलाश रहे वरिष्ठ नेताओं को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर अचानक ऐसा क्यों हो रहा है। सूत्रों की मानें तो भाजपा के संगठन से बडी संख्या में नेताओं की नाराजी है जिसके चलते ये परिस्थितियां बन रही है। सूत्रों का ये भी कहना है कि इस मामले में दिल्ली संगठन ने पूरी रिपोर्ट मांगी है। कहा जा रहा है कि संगठन और सत्ता को लेकर सामने आ रही नाराजी को लेकर आलाकमान बडा निर्णय ले सकता है।
- दूसरे फेस का सर्वे शुरु
सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने पहले सर्वे में केवल 80 सीटों पर ही अपनी स्थिति को मजबूत पाया था। ऐसे हालातों से परेशान होकर अब लाडली बहना योजना के बाद क्या हालात बने है इसको लेकर दूसरे फेस का सर्वे शुरु कर दिया गया है। तकरीबन एक माह बाद भाजपा के पास इस सर्वे की रिपोर्ट आने की संभावना नेता व्यक्त कर रहे है। यदि इसमें भी परेशानी हुई तो भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव तकलीफ वाला होगा। सूत्रों ने बताया कि आरएसएस के कुछ नेताओं ने वर्तमान हालातों पर नाराजी जताई है। कहा जा रहा है कि जल्दी ही इसको लेकर बैठक दिल्ली में होगी। जिसमें डैमेज कंट्रोल के प्रयास किए जा सकते है।
- जिले में भी जमकर चल रही गुटबाजी
भाजपा में जिले में भी लंबे समय से गुटबाजी उभरकर सामने आ रही है। ऐसा नहीं है कि भाजपा के आलाकमान को इसकी जानकारी नहीं है बावजूद इसके इस गुटबाजी में जरा भी कमी देखने को नहीं मिली। खबर है कि यहां भेजे गए कुछ पदाधिकारियों ने भी इस गुटबाजी पर पर्दा डालने का काम किया है। इन हालातों में भाजपा आगे क्या कदम उठाएगी आने वाले समय में साफ होगा।