राजनीतिक संवाददाता, भोपाल
विधानसभा और लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद अपनी जमीन तलाश करने में जुटी कांग्रेस में बैठकों का सिलसिला जारी है। हाल ही में प्रदेश कांग्रेस के विभागों और प्रकोष्ठों की बैठक हो रही है। दिन भर चलने वाले बैठक के दौर में शुरूआत विभागों के प्रदेश अध्यक्षों के साथ पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और विभाग एवं प्रकोष्ठों के प्रभारी जेपी धनोपिया ने की। करीब ढाई घंटे तक विभागों की बैठक चली। इसके बाद प्रकाष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में सभी अध्यक्षों से जीतू पटवारी ने पूछा कि उनके विभाग की लोकसभा चुनाव में क्या भूमिका रही और उसका कितना लाभ पार्टी को मिला। खबरों के अनुसार वे आने वाले समय में पूर्व अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्षाें की भी बैठक लेने वाले है। उनसे पूछा जाएगा कि लोकसभा चुनाव में उन्होने कितना काम किया है वे बताएं।
हाल ही में प्रदेश कांग्रेस में ओबीसी विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, अनुसूचित जाति विभाग, अनुसूचित जनजाति विभाग सहित अन्य विभागों की समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में इन सभी विभागों के प्रदेश अध्यक्षों को बुलाया गया था। इन सभी को लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने क्या किया, इसकी रिपोर्ट भी साथ में मांगी है। इस रिपोर्ट के साथ ही सभी से एक ही सवाल मुख्य रूप से पूछा गया कि उनके विभाग ने लोकसभा चुनाव में क्या। हालांकि बाद में यह भी पूछा गया कि उनके साथ कितने लोग जुड़े हुए हैं। जिलों में उनके संगठन की क्या स्थिति है। विभाग जिलों में कोई कार्यक्रम आयोजित करवाता है या नहीं। सुबह करीब 11 बजे से शुरू हुई यह बैठक दोपहर तक चलती रही। इस बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस के प्रकोष्ठों के अध्यक्षों की बैठक होेगी। जिसमें भी यही पूछा जाएगा कि लोकसभा चुनाव में उनके प्रकोष्ठ ने क्या काम किया। गौरतलब है कि जब कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे, उस वक्त पार्टी ने तीन दर्जन से ज्यादा प्रकोष्ठ बनाए थे। दावा किया गया था कि हर प्रकोष्ठ की जिले में भी कार्यकारिणी बनाई गई है।