भोपाल: कांग्रेस के जिलाध्यक्ष को हटाया जा सकता है। इसको लेकर भोपाल में सूची तैयार हो चुकी है। बताया जा रहा है गुजरात में हुए कांग्रेस के अधिवेशन के बाद ये निर्णय लिए गए है। जिन इलाकों के जिलाध्यक्षों को हटाने की तैयारी की जा चुकी है उनमें देवास, सतना,  उज्जैन, उमरिया, इंदौर, ग्वालियर ग्रामीण, छिंदवाडा और इंदौर ग्रामीण के नाम प्रमुख है। पार्टी सूत्रों के अनुसार इन अध्यक्षों की उम्र ज्यादा होने की वजह से इन्हें दूसरी जिम्मेदारियां दी जा सकती है। इनके स्थान पर किसी नए युवा चेहरे का नाम सामने किया जा सकता है। हालांकि छिंदवाडा के मामले में अभी पूर्व सीएम कमलनाथ और पूर्व सांसद नकुलनाथ ने कोई सहमति नहीं दी है। खबर है कि उनसे बातचीत के बाद नए नाम पर मुहर लगाई जा सकती है। हालांकि उनके नजदीकी सूत्रों का कहना है कि अभी इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है। उधर कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बार पार्टी उन नेताओं को भी किनारे करने की तैयारी में है जो संदेह के घेरे में है। यानी चुनाव के दौरान जिनकी गतिविधियों की शिकायत आलाकमान को की जा चुकी है। इसमें महानगरों से ही दर्जनों नामों की सूची आलाकमान को भेजी जा चुकी है। इन नेताओं में कुछ दिग्गज चेहरे भी शामिल बताए जा रहे है। बताया ये भी जा रहा है कि उन नेताओं को संगठन से दूर रखा जाएगा जो भविष्य में चुनाव लडाए जा सकते है।

  • ब्लॉक अध्यक्ष भी हटेंगे

पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी पचास प्रतिशत से ज्यादा ब्लॉक अध्यक्षों को भी हटाने की तैयारी में है। ब्लॉक अध्यक्षों के लिए उम्र का क्राइटेरिया तय किया गया है। सूत्रों की मानें तो पचास साल से कम उम्र के नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके अलावा उन नेताओं को सबसे ज्यादा प्राथमिकता मिलेगी जो लगातार संघर्ष करते रहे है। ऐसे नेताओं की सूची मंगवाई गई है। बहरहाल कांग्रेस में हो रहे इस परिवर्तन को लेकर हलचल तेज हो गई है। ऐसे में दावेदारों ने भी सक्रिय होकर अपने अपने नेताओं के सामने बात रखनी शुरु कर दी है।