छिंदवाडा: विधानसभा चुनाव की नजदीकियों के साथ साथ भाजपा और कांग्रेस में प्रत्याशियों को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्माया हुआ है। कांग्रेस में नाथ पर कार्यकर्ताओं की निगाहें ठहरी हुई है जबकि भाजपा में फिलहाल आधा दर्जन नाम सामने आ रहे है। जानकार बतातें है कि दोनों दलों ने रणनीति के तहत काम करना शुरु कर दिया है। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के दौरे से काफी कुछ साफ हो गया है। सूत्रों का कहना है कि छिंदवाडा विधानसभा सीट से नाथ ही चुनाव लडेंगे हालांकि नाथ कौन से होंगे ये अभी साफ नहीं है लेकिन रणनीति के अनुसार कांग्रेस के नेता ये मन बना चुके है कि या तो कमलनाथ चुनाव लडें या फिर सांसद नकुलनाथ मैदान में आए। ये दोनों परिस्थितियां कांग्रेस को मजबूती दे सकती है।

  • नकुल पर चिंतन तेज

जानकारों का कहना है कि यदि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश में सक्रिय रहें तो छिंदवाडा में कम समय दे पाऐंगे, ऐसी स्थिति में सांसद नकुलनाथ पर चिंतन किया जा सकता है। कहा ये भी जा रहा है कि नाथ परिवार से यहां किसी के भी लडने से समीकरण बने रहेंगे, कांग्रेस सूत्रों के अनुसार तैयारी भी लगभग यही चल रही है हालांकि अभी स्पष्ट रुप से कुछ सामने नहीं आया है। समीकरण के अनुसार सरकार बनने पर नकुलनाथ सीट छोडकर सांसद की तैयारी में लग जाऐंगे और कमलनाथ यहां से फिर विधायक का चुनाव लडेंगे। सूत्रों का ये भी कहना है कि जिस तरह से नकुलनाथ छिंदवाडा की कमान संभाले हुए है उससे काफी कुछ तय होने लगा है।

  • भाजपा से आधा दर्जन कतार में

उधर भाजपा में भी विधानसभा चुनाव को लेकर दावेदारियों का दौर तेज हो गया है। जहां भाजपा के जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू स्वयं कतार में है वहीं चौधरी चंद्रभान सिंह के कट्टर समर्थक माने जाने वाले योगेश सदारंग ने भी ताल ठोंकी है। इसके अलावा संदीप चौहान भी आम कार्यकर्ता की हैसियत से टिकिट की गुहार लगा चुके है। इन तमाम परिस्थितियों के चलते पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरी शंकर बिसेन भी पीछे नहीं है। उन्होने तो बाकायदा भोपाल में छिंदवाडा से चुनाव लडने की मंशा जाहिर कर दी है। इन हालातों में भाजपा में कुछ भी साफ नहीं है। हालांकि संगठन मंत्री लगातार कार्यकर्ताओं की टोह लें रहे है। लेकिन भारी गुटबाजी के चलते भाजपा की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही। कहा ये भी जा रहा है कि जल्दी ही भाजपा के वरिष्ठ नेता यहां पहुंचकर इस गुटबाजी को खत्म करेंगे, लेकिन इसमें उन्हें कितनी सफलता मिलेगी अभी कहना जल्दबाजी होगा।