भोपाल: भाजपा की फायर ब्रांड कही जाने वाली नेत्री उमा भारती एक बार फिर अपनी ही सरकार के खिलाफ पंगा लेने जा रही है। दरअसल शराब बंदी को लेकर उमा इन दिनों बेहद आक्रामक है। वे मानती है कि कोरोना काल में शराबबंदी थी तो मौतों का आंकडा कम था लेकिन शराब बंदी खत्म होते ही ये आंकडा बढ गया। उमा ने साफ किया कि पंद्रह जनवरी तक सीएम शिवराज सिंह और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा जागरुकता के लिए अभियान चला लें। इसके बाद वे शराब बंदी के लिए महिलाओं की टीम बनाएंगी। इसके लिए वे संयोजकों की नियुक्ति भी करेंगी। उमा के इन बयानों से साफ है कि एक बार फिर उन्होने अपनी सरकार से इस मामले में दो दो हाथ करने का मन बना लिया है। उमा के इन बयानों से राजनीति गर्मा गई है। बताया जा रहा है कि महिलाओं का एक बडा समूह जो शराब बंदी के समर्थन में है उसने उमा के साथ चर्चा की और कहा की आने वाले समय में वे सडकों पर उतरने से नहीं चूकेंगी। हालांकि इस मामले में प्रदेश के किसी भी बडे नेता की प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन इतना जरूर है कि उमा के एक बार फिर राजनीति में इस तरह से सक्रिय होने से भाजपा की मुश्किलें बढ सकती है। इसी बात को लेकर प्रदेश के दूसरे नेता भी चिंतन करने में लग गए है।