कह तो रहे थे ये दोस्ती हम नहीं तोडेंगे, पर साथ नजर नहीं आ रहे काकाजी, फिर उठने लगे सवाल,

पाढुर्णा: हाल ही में एक बडा आयोजन होटल में हुआ। भैयाजी के इस आयोजन की भव्यता की चर्चा भी रही। आयोजन में तमाम लोगों ने शिरकत की लेकिन वे नहीं आए जिसको लेकर पिछले दिनों ये कहा जा रहा था की ये दोस्ती हम नहीं तोडेंगे। दोस्ती है या फिर हकीकत में टूट गई, ये तो काकाजी और भैयाजी ही जाने, लेकिन पांढुर्णा में ये साफ हो गया कि हो कुछ और रहा है और दिखाई कुछ और दे रहा है। सूत्रों की मानें तो इस भव्य आयोजन में जिले के दिग्गज नेताजी भी आए थे, उम्मीद थी की काकाजी भी आऐंगे, वहां मौजूद लोगों की जिज्ञासा भी थी, लेकिन कार्यक्रम के अत तक काकाजी नहीं आए। अब ये अलग बात है कि उन्हें न्यौता मिला भी था या नहीं, या फिर मिला था तो वे पांढुर्णा में ही मौजूद होकर भी नहीं आए या फिर कहीं बाहर चल दिए थे। इसकी जानकारी हमें नहीं मिली। उधर सूत्रों ने आशंका जाहिर की है कि हो सकता है कि काकाजी अभी भी खफा हो और यही वजह भी रही हो की वे नहीं पहुंचे, लेकिन कार्यक्रम के दौरान वे कहां थे जानकारी नहीं लग पाई है। बहरहाल चर्चा ये भी है कि बडे होटल में बडे नेताओं की मौजूदगी में मना बडा जश्न वाकई और भी बडा हो जाता यदि काकाजी होते, लेकिन अंदर की बात वे ही जानें?