छिंदवाडा: विपरीत परिस्थितियों में कांग्रेस में वरिष्ठों को एकजुट करके मैदान में उतारने का नया प्रयोग किया जा रहा है। वह कितना कारगर साबित होगा अभी नहीं कहा जा सकता लेकिन पहली बार किए जाने वाले इस प्रयोग को कांग्रेसी बेहतर बता रहे है। सूत्रों का कहना है कि लंबे समय से कांग्रेस के कुछ वरिष्ठों की निष्क्रियता पार्टी के लिए सिरदर्द बनी हुई थी, यही वजह है की इस फार्मूले को इजाद किया गया। खबरों के अनुसार कांग्रेस के इन नेताओं के काम पर लग जाने से मैदान में कार्यकर्ताओं की सक्रियता दिखाई देने लगी है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस में अनुसांगिक संगठनों क जवाबदारी वरिष्ठ कांग्रेसी गोविदं राय को दी गई है, जबकि पूर्व जिलाध्यक्ष गंगा प्रसाद तिवारी को बूथ मैनेजमेंद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। शेष निर्णय दीपक सक्सेना और विश्वनाथ ओकटे के साथ मिलकर जिम्मेदार दोनो नेता लेंगे। कांग्रेस का यह निर्णय इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में कांग्रेस चुनावी मोड में नजर आएगी और वरिष्ठ मैदान में दिखाई देने लगेंगे।
- विधायकों को चेतावनी
सूत्रों का कहना है कि हाल ही में हुई कांग्रेस कि एक बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की मंशा को साफ कर दिया है कि अब कोई भी विधायक अपनी मंशा से संगठन के पदों पर चहेतों को जगह नहीं दिला पाएगा। वरिष्ठों का कहना था कि अब तेरा मेरा नहीं चलेगा। खबर ये भी है कि इस मामले में दो विधायक खास तौर पर निशाने पर रहे। उधर एक सर्वे को लेकर भी चर्चा हुई जिसमें यह कहा गया कि वर्तमान में कांग्रेस को मेहनत करने की जरुरत है। पूर्व मुख्यमंत्री ने इस दौरे में सभी नेताओं को मैदान में उतरकर काम करने के लिए कह दिया है।
- बदलेंगे पर्यवेक्षक
सूत्र ये भी बतातें है कि कुछ स्थानों के पर्यवेक्षकों को बदला जा सकता है। कौन कौन बदलें जाऐंगे यह तय हो चुका है लेकिन अभी इस बात को सार्वजनिक नहीं किया गया है। कहा जा रहा है कि जल्दी ही यह मैदान में नजर आऐंगे। ये वे पर्यवेक्षक होंगे जिनको लेकर कुछ समय से शिकायतें मिल रही थी। बहरहाल अचानक चुनाव मोड में आई कांग्रेस में हो रहे ये बदलाव कितने कारगर साबत होंगे आने वाले समय में साफ होगा।