हम इंतजार करेंगे तेरा, बेचैनी इधर भी, बेचैनी उधर भी, सिंधिया के दौरे पर कयासों का दौर

  • दौरे पर लगी निगाहें
  • क्यों नहीं हुआ सिंधिया का दौरा

छिंदवाडा: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का दौरा रद्द क्या हुआ, चर्चााओं का बाजार चल पडा। हालांकि भाजपा नेता मानते है कि आगे आने वाले समय में दौरा तय होगा। लेकिन वे दौरे को लेकर बेचैन है, यही बेचैनी कांग्रेस में भी है। हम बताते है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों सिंधिया को लेकर आखिर बेचैन क्यों है। दरअसल जैसे ही कमलनाथ के गढ में सिंधिया का दौरा कार्यक्रम बना राजनीतिक हलचल तेज हो गई। भाजपा के नेताओं को मानों पंख लग गए हो। उत्साह बढने लगा, अनेक कांग्रेस नेताओं से संपर्क किया जाने लगा। चर्चाएं तेज हो गई कि फलां शामिल हो सकता है और फलां पर डोरे डाले जा रहे है किंतु ज्यों ही दौरे के रद्द होने की खबर लगी सब कुछ बेकार साबित हुआ। भाजपा नेताओं के चेहरे से उत्साह मानों गायब हो गया और फिर चलने लगा कयासों का दौर। अब भाजपा के नेता यह जानने बेचैन है कि आखिर दौरा कब होगा। यही हाल कांग्रेस का भी है। कांग्रेस नेताओं ने भी सिंधिया के दौरे को लेकर मॉनिटरिंग तेज कर दी थी। बैठकों का दाैर शुरु हो गया था। तैयारियां भी चलने लगी थी। इतना ही नहीं बयानबाजी भी की जाने लगी थी, लेकिन दौरा नहीं होने की खबर लगी तो कांग्रेस नेताओं ने राहत की सांस ली। हालांकि वे भी यह जानने को बेचैन है कि दौरा कब बन सकता है। बहरहाल कांग्रेस और भाजपा नेताओं की बेचैनी से साफ है कि सिंधिया का दौरा दोनों के लिए कितना महत्वपूर्ण है। भाजपा नेताओं का तो यह भी कहना है कि अभी तैयारियां पूरी नहीं थी जिसके चलते दौरा आगे बढ गया है। अब ये अलग बात है कि इस बात के माध्यम से सफाई देने की कोशिशें हो रही हो। आगे दौरा कब बनेगा, आने वाले समय में ही साफ होगा।